इश्क है तुमसे
हां मुझे उससे प्यार बहुत है।
जीने के लिए मेरे ये बहार बहुत है।
उसकी खुशबू में मदहोश रहता हूँ।
उस पर इल्ज़ाम लगाने से डरता हूँ,उस बला के तरफदार बहुत है।
तुझे पाने की ख्वाइश नहीं मेरी ।
बस तू मन में बसा ले,तेरे दिल के हकदार बहुत है।
अब इश्क़ का बस सुकूँन बाकी है।
औऱ तू दूर रह कर भी मेरी मोह्हब्बत है,मेरा दिल पगाल समझदार बहुत है।
ये तो बहाने की बातें है मेरे यार।
जिसने मिलने का ठाना हो,उसके इतवार बहुत है।
#Abhiwrites❣
पृथ्वी सिंह बेनीवाल
22-Jan-2023 10:06 PM
शानदार
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abhiwrites
22-Jan-2023 08:23 PM
Shukriya
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Renu
22-Jan-2023 08:14 PM
अहसास को अल्फाजों में बहुत ही सुंदर बुना गया है 👍💐 बस! पागल को ठीक कर ले😇
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